सौरभ हत्याकांड के बारे में यह क्या बोल गए पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने 'श्रीराम जय राम जय जय राम' के साथ हनुमंत कथा का आयोजन जागृति विहार एक्सटेंशन में किया। इस दौरान उन्होंने मेरठ की घटना का जिक्र किया।

धीरेंद्र शास्त्री का कहना- आईपीएस या आईएएस बना दिया लेकिन संस्कारवान नहीं बना पाए तो सब पढ़ाई धरी रह गई।
बागेश्वर धाम सरकार, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने 'श्रीराम जय राम जय जय राम' के साथ हनुमंत कथा का आयोजन जागृति विहार एक्सटेंशन में किया। इस दौरान उन्होंने मेरठ की घटना का जिक्र किया और कहा कि कुछ लोगों ने इसे हंसी में टालते हुए 'नीला ड्रम' कहा था। उन्होंने लोगों से कहा कि गूगल पर सर्च करें कि नीला ड्रम कहां मिलता है। आचार्य श्री ने यह भी कहा कि मेरठ की घटना ने मुस्कान नाम की लड़की के जरिए पूरे नारी समाज को कठघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि हमें अपनी बेटियों को डीएम बनाने के बजाय संस्कारवान बनाना चाहिए।
जीवन जीने की असली राह संस्कार से-
आचार्य श्री ने बताया कि बच्चों को अगर आईपीएस या आईएएस बना दिया लेकिन संस्कार नहीं दिए तो वह सब बेकार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पद और कद के बल पर पैसा कमाया जा सकता है, लेकिन जीवन जीने की असली राह संस्कार से ही निकलती है। उन्होंने यह भी कहा कि मेरठ की घटना में सबसे बड़ी गलती माता-पिता के संस्कारों की थी। बच्चों को जब टीवी सीरियल्स में किलर, सुसाइडर और लव अफेयर जैसी बातें दिखाएंगे, तो वे ऐसे रास्तों पर जाएंगे। अगर रामचरित मानस पढ़ाई जाए तो बच्चे राम और सीता की तरह जीवन जी सकते हैं।
आचार्य श्री ने मुस्कान के नाम पर भी टिप्पणी की और कहा कि अगर रामायण के आधार पर जीवन जिया जाए, तो ऐसी घटनाएं नहीं होंगी। उन्होंने कहा कि जो लोग संस्कारों से दूर होते हैं, वे ही अपराध करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि संस्कारों से ही जीवन में सफलता मिलती है और अहंकार से जीती हुई दुनिया भी हार सकती है। आचार्य ने भजन गायक कन्हैया मित्तल के भजनों और पंडित ब्रह्मराज हरितोष जी महाराज के विचारों से कथा को और भी पवित्र बना दिया।