एक ग्राम सोने की कीमत तुम क्या जानो..?
राजनीतिक खेल को छोड़िए और अब असली खेल खिलाडी की चर्चा करते हैं। खेल हमेशा सच्ची खेल भावना और राष्ट्रप्रेम सिखाता है। देश की चयनित टीम के जब आप सदस्य बनते हैं, तब आपको लगता है, हम उन कुछ सैकड़ा सर्वश्रेष्ठ में से एक हैं।
रवीन्द्र दुबे
राजनीतिक खेल को छोड़िए और अब असली खेल खिलाडी की चर्चा करते हैं। खेल हमेशा सच्ची खेल भावना और राष्ट्रप्रेम सिखाता है। देश की चयनित टीम के जब आप सदस्य बनते हैं, तब आपको लगता है, हम उन कुछ सैकड़ा सर्वश्रेष्ठ में से एक हैं। जब आप पदक जीतते हैं तो आप दुनिया के कुछ सेकड़ा लोगों में शामिल होते हैं, जिनके पास कुछ कर गुजरने का माद्दा है। देश दुनिया की निगाह आप पर होती है। देश आप पर फक्र कर रहा होता है। इस सम्मान के आगे अरबों-खरबों की दौलत बेकार है। तभी तो ओलम्पिक जैसे मेगा इवेंट के लिए खिलाड़ी पूरा जीवन खपा देता है।
आप सब ने सर्वियाई पेशेवर टेनिस खिलाडी नोवाक जोकोविच का नाम सुना है। जानिए कौन हैं....।
सवाल: क्या हस्ती है नोवाक?
जवाब: नोवाक ने 37 साल की उम्र में 24 ग्रेंड स्लैम जीते हैं। कई हफ्तों तक दुनिया के सरताज नंबर वन खिलाडी रहे।
सवाल: गोल्डन स्लैम क्या है?
जवाब: चारों ग्रैंड स्लैम और ओलंपिक गोल्ड जीतने की उपलब्धि को करियर गोल्डन स्लैम कहा जाता है। जोकोविच दुनिया के पांचवें ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं।
सवाल: कितनी सम्पति के मालिक हैं नोवाक?
जवाब: 240 मिलियन डालर यानी 2 लाख करोड़ रुपए की दौलत है।
सवाल: फिर भी पेरिस ओलम्पिक में क्यों गए?
जवाब: देश के लिए पदक लाने और सर्विया का झंडा कंधे पर उठाकर चलने के लिए। पदक लेते समय पोडियम पर खडे होकर राष्ट्रगीत की धुन पर सबसे ऊपर झंडा जाते देखने का गर्व महसूस करने।
सवाल: नोवाक जोकोविच क्यों रोए?
जवाब: नोवाक पेरिस ओलम्पिक के टेनिस कोर्ट में विजयी गोल्ड मेडल शॉट खेलने के बाद चीख-चीख कर रोने लगे। पत्नी और बच्चों से मिलने दर्शक दीर्घा गए उनसे मिलकर भी रोते रहे। उनको बच्चों की तरह रोते देखा गया। क्योंकि
उनके पास सब कुछ था लेकिन मात्र 1 ग्राम स्वर्ण परत चढ़ा मेडल नहीं था। उस 1 ग्राम सोने के मैडल को हर हाल में पाना चाहते थे। पहले भी प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली। फाइनल में काफी संघर्ष के बाद जब मिला ती टेनिस खिलाडी का भावुक होना बनता है। देश के साथ गोल्डन स्लैम पाने का सपना देखना आसान नहीं है। अब तक ऐसे 5 खिलाडी ही हुए हैं।
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