चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान में होगी या नहीं, फैसला 29 नवम्बर को
चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत फरवरी 2025 में हो सकती हैं। अगले साल फरवरी में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान में होगी या नहीं, इसका फैसला 29 नवंबर को होगा।
भारत वहां जाने से मना कर चुका, पीसीबी हाइब्रिड मॉडल के लिए तैयार नहीं
चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत फरवरी 2025 में हो सकती हैं। अगले साल फरवरी में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान में होगी या नहीं, इसका फैसला 29 नवंबर को होगा। रिपोर्ट के मुताबिक, आईसीसी ने दुबई में बोर्ड मीटिंग बुलाई है। पाकिस्तान को चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी मिलने के बाद भारत ने सुरक्षा कारणों का हवाला देकर वहां जाने से मना कर दिया था। तब यह माना जा रहा था कि एशिया कप की तरह चैंपियंस ट्रॉफी भी हाइब्रिड मॉडल पर होगी।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पहले भारत के सभी मैच लाहौर में कराने और मैच के बाद खिलाड़ियों को भारत भेजने का प्रस्ताव रखा था। भारत ने इसे नहीं माना तो ने हाइब्रिड मॉडल के लिए भी मना कर दिया। मीटिंग में हाइब्रिड मॉडल का प्रस्ताव रख सकता है, अगर पीसीबी ने इसे नहीं माना तो उससे मेजबानी छिन सकती है। भारत पर पाकिस्तान जाकर खेलने का दबाव बनाने के चांस कम ही हैं।
पाकिस्तान ने स्टेडियम का रीकंस्ट्रशन कराया-
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड चैपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर लगातार तैयारी कर रहा है। पीसीबी ने तीनों स्टेडियम का काम तकरीबन पूरा कर लिया है। उन्होंने लाहौर, कराची और रावलपिंडी स्टेडियम के रेनोवेशन पर 12.5 बिलियन पाकिस्तान रुपए खर्च किए हैं। इस बीच, भारत सरकार ने पहले ही अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया था। बताया था कि टीम टूर्नामेंट को पाकिस्तान में नहीं खेलेगी। यदि पाकिस्तान हाइब्रिड मॉडल पर नहीं मानता है, तो फिर टूर्नामेंट दूसरे देश में शिट हो सकता है।
टीम इंडिया को पाकिस्तान न भेजने की वजह बताएं-
आईसीसी ने बीसीसीआई से चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम को पाकिस्तान न भेजने के लिए लिखित में जवाब मांगा था। पाकिस्तानी चैनल जियो न्यूज की रिपोर्ट के हवाले से लिखा, पीसीबी ने आईसीसी से भारत के जवाब की लिखित कॉपी मांगी है। पाकिस्तान यों नहीं आ सकता भारत पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने टीम इंडिया के पाकिस्तान न जाने को लेकर आईसीसी से जवाब मांगा था। क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, स्पोसपर्सन ने बताया था पाकिस्तान में सुरक्षा की दिक्कत नहीं है। इसीलिए न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की टीमों ने यहां का दौरा किया था। जब ये टीमें आ सकती हैं तो टीम इंडिया यों नहीं?