हिंडनबर्ग के निशाने पर अब कौन? अदाणी के बाद अब किसकी बारी
निवेश पर रिसर्च करने वाली कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने बीते दिनों अदाणी समूह को लेकर जो खुलासे किए थे, उससे भारतीय बाजार में भारी उथल-पुथल देखने को मिली थी। अब एक बार फिर हिंडनबर्ग रिसर्च भारत को लेकर कुछ बड़ा खुलासा करने का दावा कर रही है।
निवेश पर रिसर्च करने वाली कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने बीते दिनों अदाणी समूह को लेकर जो खुलासे किए थे, उससे भारतीय बाजार में भारी उथल-पुथल देखने को मिली थी। अब एक बार फिर हिंडनबर्ग रिसर्च भारत को लेकर कुछ बड़ा खुलासा करने का दावा कर रही है। दरअसल कंपनी के एक ताजा सोशल मीडिया पोस्ट ने चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है। इस पोस्ट में कंपनी ने लिखा है कि भारत में जल्द कुछ बड़ा खुलासा करेंगे।
अदाणी समूह को हुआ था भारी नुकसान-
बीते साल जनवरी में हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें अदाणी ग्रुप की वित्तीय स्थिति की जानकारी देते हुए समूह पर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे। जिसमें स्टॉक की कीमतों में हेरा-फेरी करने जैसे कई गंभीर आरोप शामिल थे। रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद अदाणी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट देखने मिली थी और अदाणी समूह के बाजार मूल्य में 86 अरब डॉलर की भारी-भरकम गिरावट दर्ज की गई। हालांकि अदाणी समूह ने हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट को खारिज कर दिया और समूह के प्रमुख गौतम अदाणी ने कहा था कि हिंडनबर्ग मामला अदाणी समूह को बदनाम करने की नीयत से रचा गया था।
रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर उठे सवाल-
सेबी की जांच में पता चला कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदाणी समूह से संबंधित रिपोर्ट को सार्वजनिक करने से दो महीने पहले न्यूयॉर्क स्थित हेज फंड मैनेजर मार्क किंगडन के पास भेजा था। इस खुलासे के बाद माना जा रहा है कि हिंडनबर्ग ने रणनीति के तहत अदाणी समूह के शेयरों की कीमत गिराकर फायदा लेने की साजिश रची थी। किंगडन की कंपनी किंगडन कैपिटल के कोटक महिंद्रा इन्वेस्टमेंट लिमिटेड में भी अच्छी खासी मात्रा में शेयर हैं।