जब्त करते तोड़ा क्यों...मुआवजा दो, गोराबाजार क्षेत्र के कब्जा हटाने का मामला
मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले के गोराबाजार इलाके से अतिक्रमण हटाने जाने से नाराज कांग्रेस नेताओं और फल-सब्जी व्यापारियों ने केंट बोर्ड कार्यालय में किया जमकर हंगामा
गोलाबाजार मेन रोड पर अतिक्रमण कर लगने वाले सब्जी मार्केट को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, हाईकोर्ट के आदेश का पालन करने गए केंट बोर्ड के अमले ने कुछ हाथ ठेलों को मौके पर ही तोड़ दिया था। जिसके विरोध में मंगलवार दोपहर कांग्रेस नेताओं के साथ सब्जी-फल व्यापारियों ने केंट बोर्ड कार्यालय पहुंचे कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। प्रदर्शनकारी अपने साथ अतिक्रमण विरोधी कार्यवाही में तोड़े गए हाथ ठेले भी ले गए थे। ट्रक में लोडकर लाए गए ठेलों को केंट बोर्ड कार्यालय के सामने ढेर लगा दिए गए।
आक्रोशित सब्जी-फल व्यापारियों का कहा है कि अतिक्रमण को हटाया जाना ठीक है, लेकिन ऐसी बर्बरतापूर्ण कार्यवाही मंजूर नहीं है। गरीब सब्जी और फल वालों के तोड़े गए हाथ ठेलों का मुआवजा दिया जाना चाहिए है। कांग्रेस नेताओं ने सीईओ और केंट बोर्ड प्रशासन के विरोध में जमकर नारे लगाए। प्रदर्शन के बाद कांग्रेस नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा ने कहा कि शहर में मुख्यमंत्री के रहते केंट बोर्ड की ये बर्बरतापूवर्क कार्रवाई कहीं से भी उचित नहीं है। बोर्ड नोटिस देता, सामान जब्त करता लेकिन तोड़ने का अधिकार किसने दिया। इधर केंट बोर्ड प्रशासन का कहना था कि कार्यवाही से पूर्व कई बार अतिक्रमणकारियों को चेतावनी व नोटिस दिए गए, लेकिन अमला जब भी जाता था, वहां अतिक्रमण पाया जाता था। वहीं उक्त मार्ग पर अतिक्रमण को लेकर हाईकोर्ट के सख्त निर्देश हैं, जिसका पालन भी आवश्यक है।