22 फरवरी को क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड थिंकिंग डे...जानिए इतिहास
विश्व चिंतन दिवस, जिसे वर्ल्ड थिंकिंग डे के नाम से भी जाना जाता है, हर साल 22 फरवरी को दुनियाभर में मनाया जाता है।

विश्व चिंतन दिवस, जिसे वर्ल्ड थिंकिंग डे के नाम से भी जाना जाता है, हर साल 22 फरवरी को दुनियाभर में मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से गर्ल गाइड्स और गर्ल स्काउट्स के साथ जुड़ा हुआ है, जो समाज में प्रेरणा देने और विभिन्न मुद्दों पर काम करने का कार्य करती हैं। इस दिन का उद्देश्य लड़कियों को गर्ल गाइड्स और गर्ल स्काउट्स बनने के लिए प्रेरित करना, सामाजिक मुद्दों पर विचार करने के लिए प्रोत्साहित करना और सिस्टरहुड के महत्व को उजागर करना है।
क्या है विश्व चिंतन दिवस का इतिहास-
यह दिन 1926 से मनाया जा रहा है, जब न्यूयॉर्क में हुए चौथे विश्व सम्मेलन में गर्ल गाइड्स और गर्ल स्काउट्स के लिए इसे मनाने की शुरुआत की गई। गर्ल गाइड्स और गर्ल स्काउट्स आंदोलन के संस्थापक, बॉडेन पॉवेल, के जन्मदिन को इस दिन के रूप में चुना गया। छह साल बाद, 1932 में, पोलैंड के बुक्ज़े में हुए 7वें विश्व सम्मेलन में एक बेल्जियम प्रतिनिधि ने यह सुझाव दिया कि चूंकि जन्मदिन पर आमतौर पर उपहार दिए जाते हैं, लड़कियां धन एकत्र करके या दान देकर गर्ल गाइड्स और गर्ल स्काउट्स के अंतरराष्ट्रीय आंदोलन को उपहार दे सकती हैं।
विश्व चिंतन दिवस की थीम-
2025 की विश्व चिंतन दिवस की थीम "आवर स्टोरी" (हमारी कहानी) है। WAGGGS ने आने वाले सालों के लिए थीम भी निर्धारित की है। 2026 की थीम "हमारी दोस्ती" होगी, 2027 में "हमारे लोग" और 2028 में "हमारा भविष्य" चुनी गई है। "हमारी कहानी" थीम का उद्देश्य गर्ल गाइड्स और गर्ल स्काउट्स के आंदोलन के प्रतीक और मूल्यों पर विचार करते हुए यह समझना है कि वर्षों से गर्ल गाइड और गर्ल स्काउट होने का क्या मतलब है, और यह भी जानना है कि हम आज अपने अतीत को कैसे समझ सकते हैं।