चुनाव के समय वादा किया था, वादा तो निभाओ
वादा किया था वादा निभाओ के बुलंद नारे के साथ भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में जिले के सैकड़ों किसानों ने जबलपुर के हृदय स्थल सिविक सेंटर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर अपनी मांगें रखी।
गेहूं और धान खरीदी के दामों को लेकर सरकार पर गरजे जबलपुर के किसान
वादा किया था वादा निभाओ के बुलंद नारे के साथ भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में जिले के सैकड़ों किसानों ने जबलपुर के हृदय स्थल सिविक सेंटर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर अपनी मांगें रखी। तीन घंटे तक चले प्रदर्षन में जिले की सभी तहसीलों से पहुंचे किसानों ने अपनी समस्याएं रखीं।
भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख राघवेंद्र सिंह पटैल ने बताया कि प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर 2700 रूपये प्रति क्विंटल गेंहू व 3100 रूपये प्रति क्विंटल धान खरीदी करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया है। किसान संघ के प्रांत महामंत्री प्रहलाद पटैल ने कहा कि विधानसभा चुनावों में प्रदेश सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में किसानों से जो वादा किया था उस वादे को याद दिलाने के लिये किसान संघ ने धरना प्रदर्षन किया है। श्री पटैल ने कहा कि प्रदेश सरकार को अपना वादा पूरा करते हुये किसानों को गेंहू के 2700 सौ व धान के 3100 रूपये देने के लिये तत्काल आदेश जारी करने चाहिये। चाहे वह बोनस के रूप में दे या फिर एक मुश्त। जिलाध्यक्ष मोहन तिवारी ने किसानों को पंजीयन में आ रही समस्याओं को भी रखा। किसानों ने अपनी मागों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
खेती का काम छोड़ पहुंचे किसान-
भारतीय किसान संघ द्वारा आयोजित धरने में बड़ी संख्या में किसान सिविक सेंटर पहुंचे। शहपुरा से आये किसान वीरेंद्र साहू ने बताया कि अभी मटर तुड़ाई के साथ ही ग्रीष्मकालीन मूंग उड़द की खेती के लिये भी खेत तैयार करने का काम चल रहा है। अभी किसान खेतों में काम में व्यस्त है। फिर भी सैंकड़ों की संख्या में किसान धरना देने आये हैं तो सरकार को समझना चाहिये कि किसान अपनी मांगों के लिये कितना गंभीर है। प्रर्शन कर रहे किसानों की जुबान पर एक ही नारा गूंज रहा था। वादा किया था वादा निभाओ, गेंहू के 2700 व धान के 3100 रूप्ये दिलाओ। सिहोरा से आये किसान सुरेश पटैल ने कहा कि किसान सरकार के पास मांगने नहीं गये थे कि उन्हें 2700 रूपये गेहंू व धान के 3100 रूपये दें। लेकिन जब सरकार ही प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी के नाम पर चुनावों में वादा करे तो सरकार को अपना वादा निभाना चाहिये ।