एक खुफिया बातचीत

भारत एक लोकतांत्रिक देश है। हमारी वसुधैव कुटुम्बकम की परंपरा है।

Feb 17, 2025 - 16:19
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एक खुफिया बातचीत
a secret conversation

डो - कैसे आए ?
न - भारत एक लोकतांत्रिक देश है। हमारी वसुधैव कुटुम्बकम की परंपरा है। 
डो - तो ?
न - भारत एक लोकतांत्रिक........ हम आपको चुनाव में विजयी होने की बधाई देने के लिए आए हैं।
डो - तो चुनाव प्रचार के लिए क्यों नहीं आए ? पिछले चुनाव में तो आए थे। इस बार तो आकर भी बिना मिले चले गये। मैं इंतजार करता रहा। तुम्हें समय नहीं मिला ?
न - भारत एक लोकतांत्रिक........मैं जिस बार चुनाव प्रचार करने आया था आप चुनाव हार गये थे। 
डो - इस बार मैंने कोई गलती नहीं की। जैसे तुमने अपने देश में चुनाव का पूरा सिस्टम कब्जे में ले लिया है वैसा अभी अमेरिका में नहीं हो पाया है पर जल्द ही हो जाएगा। मुद्दे की बात करो। 
न - भारत एक .......... हमारे व्यापारी पर गिरफ्तारी वारंट है। उसे कटवाईये।
डो - कटवा देंगे। और सुनो ये बार बार भारत एक लोक....... क्यों बोल रहे हो ? हमें मालूम है कितने लोकतांत्रिक हो। हमें न बताओ। 
न - भारत एक लो........हमने हार्ले डेविडसन पर टैरिफ घटा दिया। हम फिर से विश्वगुरू बनेंगे। 
डो - अभी तो बहुत कुछ घटाना पडे़गा। वी विल मेक अमेरिका ग्रेट अगेन। हमारे तुम्हारे दोनों के देशों की जनता एक सी भोली है। हमने कह दिया कि अब अमेरिका ग्रेट नहीं है। अब मैं जीत गया तो अमेरिका फिर ग्रेट हो गया। तुमने भी तो अपने देश में यही किया था न ?
न - भारत एक लोकतांत्रिक........क्या चुनाव बिना झूठ बोले, बिना झूठे वादे किये और बिना कार्पोरेट की सेवा किये जीता जा सकता है ? जिसका खाएंगे उसका बजाएंगे। हम तो शरीर मात्र हैं। आत्मा तो उन्हीं की है।
डो - तो शरीर जी, अब मुद्दे की बात पर आओ।
न - वसुधैव कुटुम्बकम 
डो - जितना सामान हम तुमसे खरीदते हैं उतना सामान तुम्हें हमसे खरीदना होगा। हमारे सामान पर टैरिफ घटाना होगा। तेल पेट्रोल सब हमसे लेना होगा। और जिस दाम पर हम कहेंगे उस दाम पर लेना होगा। वरना धंधा बंद। बोलो है मंजूर ?
न -  हमारी दोस्ती अमर रहे। भारत एक लोकतांत्रिक ..................
डो - आजकल हथियार बनाने वाली कंपनियों में बहुत कम्पटीशन है। तुम रूस से सामान बहुत खरीद रहे हो। अब हमसे लेना होगा। 
न - वहां से हमें सस्ता पड़ता है। इसलिए लेते हैं। 
डो - हमें सब मालूम है। हमें फ्रांस के राफेल का रेट भी मालूम है। हम जिस भाव से देंगे तुम्हें लेना होगा। 
न - भारत एक लोक..........। भारत अमेरिका के संबंध बहुत पुराने हैं। हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त हैं। 
डो - यू आर ग्रेट। यही सच्ची दोस्ती होती है। हमने जो कहा तुमने माना। हमने जो शर्त बताई तुमने मानी। इसे कहते हैं। राष्ट्रहित। डेफीनिटली। यू विल मेक इंडिया ग्रेट अगेन। बाई द वे, वॉट डू यू मीन बाई विश्वगुरू ?
न - क्या है कि हमारी सभ्यता बहुत पुरानी है। जब धरती पर इंसान पैदा नहीं हुआ था तब से हमारी सभ्यता है। अब आपकी सभ्यता तो तीन सौ साल पुरानी भी नहीं है। इसलिए हम अपने को विश्वगुरू मानते हैं। 
डो - तो उससे क्या होता है ?
न - नहीं होता कुछ नहीं है। जनता खुशफहमी में रहती है। जैसे आपकी जनता मेक अमेरिका ग्रेट अगेन से खुश हो गई। 
डो - अच्छा एक बात तो बताओ ? तुमने अपने यहां के मीडिया को कैसे कब्जे में लिया ? हमारे यहां तो ऐसे बहुत सारे हैं जो बिकने को तैयार नहीं ?
न - वेरी सिम्पल। ये विकसित और विकासशील का फर्क है। एक तो हर कोई बिकने के लिए दरवाजे पर आ जाता है। दूसरे जो बिकता नहीं है उसे तोड़ दिया जाता है। वैरी सिम्पल। पैसे की ताकत के सामने कौन टिकता है। इतना पैसा दो कि जीवन भर दुम हिलाता रहे। अब हमारे देश में तो इतनी सुदृढ़ व्यवस्था है सारा तंत्र हमारी सेवा में है। 
डो - तुमने अपोजिशन को कैसे निपटाया ?
न - हमारा सिस्टम इतना मजबूत है कि हमारे यहां चुनाव हारने वाले हमसे नहीं लड़ते आपस में लड़ते हैं। ऐसा सिस्टम बना दिया है कि जनसंख्या से ज्यादा वोट पड़ जाते हैं। चुनाव खत्म होने के बाद लाखों वोट बढ़ जाते हैं। जीतने वाले उम्मीदवार की जमानत जब्त हो जाती है। अदालत में उन्हें तारीख नहीं मिलती और चुनाव आयोग उन्हें शेर पर शेर सुनाता है। भारत एक लोकतांत्रिक देश है। हम विश्व गुरू हैं। 
डो - विश्वगुरू जी, आपके लाखों लोग अवैध रूप से आकर अमेरिका में घुस गये हैं। ये विश्वगुरू और वसुधैव कुटुम्बकम अपने पास सम्हालो। हम हथकड़ियां लगाकर इनको सेना के विमान से भेज रहे हैं। 
न - वसुधैव कुटुम्बकम। हमारे यहां कुम्भ में आइये न। मैनेजमेंट देखिये। 

डोरीलाल डोन प्रेमी